जाने कब है Raksha Bandhan 2025 – राखी का शुभ मुहूर्त और इस अद्भुत रिश्ते का जादू

रक्षाबंधन 2025: रिश्तों की अनमोल डोर

Raksha Bandhan 2025 का पर्व हर भाई-बहन के लिए भावनाओं की डोर है। यह सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि वह वादा है जो एक बहन अपने भाई से करती है — रक्षा का, साथ का और विश्वास का।

बचपन की शरारतें, एक-दूसरे से चुराई मिठाइयाँ, और माँ की डांट में एक-दूसरे का साथ देना  Raksha Bandhan 2025 एक बार फिर इन सभी पलों को ताज़ा करने का मौका है।

📿 शुभ मुहूर्त और समय (Raksha Bandhan 2025 Shubh Muhurat):

🗓️ तिथि: शनिवार, 9 अगस्त 2025
🕰️ राखी बांधने का शुभ समय: दोपहर 1:30 PM से रात 8:56 PM तक
⏱️ कुल समय: लगभग 7 घंटे 38 मिनट
🪔 अपराह्न मुहूर्त: 1:42 PM से 4:19 PM
🌙 प्रदोष मुहूर्त: 6:56 PM से 9:07 PM
🌕 पूर्णिमा तिथि: 9 अगस्त को सुबह 3:04 AM से रात 11:55 PM तक

टिप: अगर आपके भाई या बहन विदेश में हैं, तो लोकल पंचांग के अनुसार समय चेक कर लें और वर्चुअली राखी मनाएं – प्यार की कोई सीमा नहीं होती।

Raksha Bandhan 2025 के भावनात्मक क्षण

रक्षाबंधन का असली जादू उसके रिवाजों में नहीं, बल्कि भावनाओं में है। जब बहनें थाली सजाती हैं  जिसमें राखी, रोली, अक्षत, दीया और मिठाई होती है  तो वो हर चीज़ में उनका प्यार झलकता है।

भाई की कलाई पर राखी बांधते हुए बहन सिर्फ उसकी लंबी उम्र की दुआ नहीं करती, बल्कि उसके जीवन की हर खुशी की कामना करती है। और भाई भी सिर झुकाकर वादा करता है हर हाल में बहन की रक्षा का।

Raksha Bandhan 2025
रक्षाबंधन 2025: बहन द्वारा भाई की कलाई पर राखी बांधने का भावनात्मक पल

रक्षाबंधन को ऐसे बनाएं यादगार

1. राखी चुनें सोच-समझकर: भाई के स्वभाव को ध्यान में रखते हुए राखी चुनें चाहे वो ट्रेडिशनल हो या कोई मज़ेदार कार्टून थीम।
2. मिठाई से मिठास बढ़ाएं: घर की बनी मिठाई या फिर बहन की पसंदीदा चॉकलेट्स ज़रूर शामिल करें।
3. वर्चुअल राखी का भी अपना स्वाद है: अगर दूर हैं, तो वीडियो कॉल से राखी बांधने की रस्म पूरी करें।
4. कुछ नया करें: इस बार हाथ से बनी इको-फ्रेंडली राखी ट्राय करें या फिर पुरानी तस्वीरों के साथ ‘थ्रोबैक’ जश्न मनाएं।

इतिहास जो आज भी दिलों को जोड़ता है

रक्षाबंधन का इतिहास उतना ही गहरा है जितना इसका भाव।
महाभारत की कथा में जब श्रीकृष्ण ने अपनी उंगली काट ली थी, द्रौपदी ने तुरंत अपनी साड़ी का टुकड़ा बांध दिया। उस क्षण में बना वो बंधन तब अमर हो गया, जब कृष्ण ने चीरहरण के समय उसकी लाज बचाई।

रवींद्रनाथ टैगोर ने भी इस त्योहार को हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक के रूप में मनाया था। 1905 के बंगाल विभाजन में उन्होंने राखी को भाईचारे का संदेश बनाने का प्रयास किया।

Raksha Bandhan 2025
Raksha Bandhan 2025

Raksha Bandhan 2025 के त्योहार को ऐसे बनाएं यादगार

  • अपने बचपन की कहानियाँ एक बार फिर याद कीजिए
  • बहनें, भाई के स्वभाव के अनुसार राखी चुनें — क्लासिक, ट्रेंडी या हैंडमेड।
  • मिठाई में शामिल करें बेसन के लड्डू, काजू कतली या फिर चॉकलेट्स।
  • बहन को कोई ऐसा तोहफ़ा दीजिए, जो सिर्फ महंगा नहीं, बल्कि दिल से जुड़ा हो
  • और बहनें, इस राखी सिर्फ धागा नहीं, भाई की जिंदगी में positivity का संदेश बांधिए
  • अगर भाई या बहन दूर हैं, तो वीडियो कॉल के ज़रिए राखी बांधें

अंत में  एक डोर, एक कहानी

रक्षाबंधन हर साल आता है, पर हर साल ये कुछ नया जोड़ता है।
नया अनुभव, नई यादें और नए वादे। इस बार जब राखी बांधें, तो उस डोर में अपने बचपन, अपने प्यार और अपने भरोसे की गांठ भी बांधें।

NextgenTimez की तरफ़ से आप सभी को Raksha Bandhan 2025 की ढेर सारी शुभकामनाएँ।
रिश्तों की मिठास यूं ही बनी रहे, हर साल, हर राखी पर।

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